गिरते रहे रहगुज़र में खा खा के ठोकरें….
अब ज़रा दो कदम तो संभल के देखें ….
कर लिया तुमसे बेवफ़ा इश्क़ बहुत हमने ….
अब इश्क़ ज़रा ख़ुद से तो कर के देखें …..
गिरते रहे रहगुज़र में खा खा के ठोकरें….
अब ज़रा दो कदम तो संभल के देखें ….
कर लिया तुमसे बेवफ़ा इश्क़ बहुत हमने ….
अब इश्क़ ज़रा ख़ुद से तो कर के देखें …..